विवरण
यह सूरह मक्का में प्रगट हुआ था और इसमें 89 इयात हैं। यह इमाम जाफ़र के रूप में सादिक (a.s.) से सुनाया गया है कि जो कोई भी इस सूरह को पढ़ता है, उसे कब्र में होने वाले वर्मिन (जैसे कीड़े, बिच्छू आदि) से बचाया जाएगा और कब्र में निचोड़ने (फ़िशर) से नहीं गुजरेगा।
पवित्र पैगंबर (सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम) ने कहा कि पीने का पानी जिसमें यह सुरा को घुलने और दर्द से राहत देने का काम करता है।
नवीनतम संस्करण में नया क्या है 1.3
Surah Zukhruf Audio app with Mp3 Files to listen.